ग्रामीण इलाकों में बकरी पालन एक ऐसा व्यवसाय है जो कम लागत में अच्छा मुनाफा देता है, और केंद्र व राज्य सरकारें इस पर 50% तक की भारी सब्सिडी दे रही हैं ताकि छोटे किसान आसानी से शुरू कर सकें। यह योजना खासतौर पर उन लोगों के लिए है जिनके पास पूंजी की कमी है, लेकिन मेहनत करने की इच्छा मजबूत है। बकरियों की तेजी से बढ़ोतरी और बाजार मांग इसे आकर्षक बनाती है।

सब्सिडी का लाभ और राशि
बकरी फार्म स्थापित करने पर कुल खर्च का आधा हिस्सा सब्सिडी के रूप में मिलता है, जो सीधे बैंक खाते में पहुंच जाता है। छोटी यूनिट के लिए 10 लाख तक का प्रोजेक्ट आसानी से मंजूर हो जाता है, जिसमें राज्य से 40% और केंद्र से बाकी सहायता मिलती है। इससे फार्मिंग बिना ज्यादा बोझ के शुरू हो जाती है।
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कौन ले सकता है लाभ?
ग्रामीण क्षेत्र के कोई भी व्यक्ति, महिला समूह या किसान समिति आवेदन कर सकते हैं, बशर्ते उनके पास जमीन हो और बैंक से लोन लेने लायक रिकॉर्ड साफ हो। न्यूनतम 50,000 से 2 लाख तक का शुरुआती लोन आसानी से उपलब्ध होता है। प्रशिक्षण लेना फायदेमंद साबित होता है।
जरूरी कागजात तैयार रखें
आधार कार्ड, बैंक विवरण, फोटो और जमीन के कागजात मुख्य हैं, साथ ही फार्म स्थल की तस्वीरें भी लगेंगी। ये दस्तावेज आवेदन को तेजी से मंजूर करवाते हैं। सभी जानकारी सही रखें ताकि कोई रुकावट न आए।
आसान आवेदन तरीका
ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर फॉर्म भरें, दस्तावेज अपलोड करें और 15-20 दिनों में बैंक संपर्क करेगा। ऑफलाइन विकल्प के लिए नजदीकी पशु विभाग या बैंक जाएं। सही प्रक्रिया अपनाने से सफलता निश्चित है, और जल्द ही आपका फार्म चलने लगेगा।
















